28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जायेगा। कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल इस समारोह का विरोध कर रहे हैं। इसी के विरोध के चलते कल 27 मई को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गयी थी जिस पर संज्ञान लेने से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के अध्यक्ष ग़ुलाम नबी आज़ाद भी अब इस बहस में कूद पड़े हैं। ANI को दिए गए एक साक्षात्कार में उन्होंने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर वो दिल्ली में मौजूद होते तो नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में ज़रूर शामिल होते। उन्होंने कहा , मुझे समझ में नहीं आता कि आखिर क्यों विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं जबकि उनको तो खुश होना चाहिए की देश को नया संसद भवन मिलने जा रहा है।
इसके साथ ही साथ उन्होंने ये जानकारी भी दी कि जब नरसिम्हा राव केंद्रीय संसदीय मंत्री थे तब उन्होंने भी नए संसद भवन का सपना देखा था।
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